Top 10 प्यारी और शिक्षाप्रद बाल कहानियाँ – बच्चों के लिए 10 Moral Stories in Hindi
नीचे 10 नई और रोचक बाल कहानियाँ दी गई हैं, जो बच्चों को मनोरंजन के साथ-साथ नैतिक शिक्षा भी देती हैं:
1. चींटी और कबूतर, 2. लालची कुत्ता, 3. शेर और चूहा, 4. सच्चा मित्र, 5. खरगोश और कछुआ, 6. मोर और कौआ, 7. गधा और सेठ, 8. पेड़ की दोस्ती, 9. चालाक लोमड़ी, 10. बंदर और टोपीवाला
1) चींटी और कबूतर
एक बार की बात है, एक चींटी नदी से पानी पी रही थी। अचानक वह फिसल कर नदी में गिर गई। वह डूबने ही वाली थी कि एक कबूतर ने उसे देखा। उसने तुरंत एक पत्ता तोड़कर चींटी के पास गिरा दिया। चींटी उस पत्ते पर चढ़ गई और किनारे आ गई।
कुछ दिनों बाद एक शिकारी कबूतर को पकड़ने आया। चींटी ने यह देखा और जल्दी से शिकारी के पैर में काट लिया। शिकारी की बंदूक गिर गई और कबूतर उड़ गया।
शिक्षा: नेकी कभी बेकार नहीं जाती।
2) लालची कुत्ता
एक कुत्ता एक टुकड़ा हड्डी लेकर जा रहा था। रास्ते में उसने पानी में अपनी परछाई देखी। उसे लगा कि यह कोई और कुत्ता है जिसके पास बड़ी हड्डी है। वह उस परछाई से हड्डी छीनने के लिए भौंका। जैसे ही उसने भौंका, उसके मुँह से हड्डी गिर गई और बह गई।
शिक्षा: लालच बुरी बला है।
3) शेर और चूहा
एक दिन शेर सो रहा था। एक छोटा चूहा उसके ऊपर दौड़ने लगा। शेर गुस्से में उठा और चूहे को पकड़ लिया। चूहा डर गया और बोला, “मुझे माफ कर दो, एक दिन मैं आपकी मदद करूंगा।” शेर हँस पड़ा लेकिन उसे छोड़ दिया।
कुछ दिनों बाद शेर शिकारी के जाल में फँस गया। चूहा आया और उसने जाल काट दिया। शेर आज़ाद हो गया।
शिक्षा: कभी किसी को छोटा मत समझो।
4) सच्चा मित्र
राम और श्याम दो दोस्त थे। वे जंगल से गुजर रहे थे। अचानक एक भालू आ गया। राम पेड़ पर चढ़ गया। श्याम पेड़ पर नहीं चढ़ पाया, तो वह ज़मीन पर लेट गया और सांस रोक ली। भालू आया, उसे सूँघा और चला गया।
राम नीचे आया और पूछा, “भालू ने क्या कहा?”
श्याम ने जवाब दिया, “उसने कहा कि जो मुश्किल में साथ न दे, वह सच्चा दोस्त नहीं होता।”
शिक्षा: सच्चा मित्र वही होता है जो संकट में साथ दे।
5) खरगोश और कछुआ
एक बार खरगोश ने कछुए को दौड़ में चुनौती दी। खरगोश तेज दौड़ा लेकिन रास्ते में सो गया। कछुआ धीरे-धीरे चलता रहा और अंत में जीत गया।
शिक्षा: धीरे और लगातार प्रयास करने से सफलता मिलती है।
6) मोर और कौआ
एक बार एक कौआ मोर के सुंदर पंख देखकर दुखी हो गया। वह सोचने लगा, “काश मेरे भी ऐसे रंग-बिरंगे पंख होते!” वह उदास रहने लगा। एक दिन मोर ने उसे समझाया, “तुम उड़ सकते हो, मैं नहीं। तुम्हारे पास जो है, वह अनमोल है।”
शिक्षा: हमें अपनी खूबियों की कद्र करनी चाहिए।
7) गधा और सेठ
एक सेठ का गधा था जो रोज़ बोझ उठाता था। एक दिन रास्ते में उसे मिठाइयों की खुशबू आई, तो वह दुकान की ओर भागा और मिठाइयाँ खाने लगा। दुकानदार ने उसे डंडे से मारा। गधा बोला, “मुझे तो बस मिठास चाहिए थी, मार नहीं!”
शिक्षा: हर काम सोच-समझकर करना चाहिए।
8) पेड़ की दोस्ती
एक बच्चा रोज़ एक पेड़ के पास खेलने आता था। वह पेड़ से बातें करता, फल खाता और उसकी छाया में आराम करता। समय के साथ बच्चा बड़ा हो गया और कम आने लगा। एक दिन वह थका-हारा लौटा, पेड़ ने कहा, “मैं हमेशा तुम्हारा दोस्त रहूँगा।” और पेड़ ने उसे अपने तने पर बैठने दिया।
शिक्षा: सच्चे दोस्त हमेशा साथ रहते हैं, चाहे समय जैसा भी हो।
9) चालाक लोमड़ी
एक जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। एक दिन वह भूखी थी। उसने देखा एक पेड़ पर कौआ रोटी लेकर बैठा है। लोमड़ी ने मीठी बातें कीं और कहा, “कितनी सुंदर आवाज़ है तुम्हारी, गाओ तो सही।” कौआ ने जैसे ही गाना शुरू किया, रोटी गिर गई, और लोमड़ी ने उसे खा लिया।
शिक्षा: चापलूसी में आकर कभी अपनी चीज़ें न खोओ।
10 बंदर और टोपीवाला
एक बार एक टोपीवाला जंगल से गुजर रहा था। वह थककर सो गया। बंदरों ने उसकी टोपियाँ लेकर पहन लीं। जब वह जागा, तो परेशान हो गया। फिर उसने अपनी टोपी उतारी और फेंकी। बंदरों ने भी वैसा ही किया। टोपीवाले ने सारी टोपियाँ इकट्ठी की और चला गया।
शिक्षा: समझदारी से हर समस्या का हल निकाला जा सकता है।